पर्सनल लोन लेने के पहले अपने बैंक से जरूर पूछे ये सवाल, नहीं तो आगे जाकर पड़ेगा पछताना
पर्सनल लोन लेने से पहले आपको कुछ सवाल बैंक से जरूर करने चाहिए. इससे काफी किफायती ब्याज दर पर लोन मिलने के साथ कर्ज के जाल में फंसने की संभावना भी कम हो जाएगी.
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Personal Loan आज के समय में काफी महत्वपूर्ण फाइनेंशियल टूल बन गया है. पर्सनल लोन की खास बात यह है कि आप इसका इस्तेमाल बिजनेस शुरू करने, घूमने या फिर किसी भी पर्सनल काम के लिए कर सकते हैं. लेकिन पर्सनल लोन लेने से पहले आपको कुछ सवाल बैंक से जरूर करने चाहिए. इससे काफी किफायती ब्याज दर पर लोन मिलने के साथ कर्ज के जाल में फंसने की संभावना भी कम हो जाएगी.
1. फिक्स्ड या फ्लोटिंग ब्याज दर?
पर्सनल लोन लेने से पहले जान लें कि ब्याज दर निश्चित है या फ्लेक्जिबल है और यह आपके मंथली पेमेंट को कैसे प्रभावित करेगी. ब्याज दर दो तरह की होती है फिक्स्ड और फ्लोटिंग. फिक्स्ड ब्याज दर वह होती है, जो कि लोन लेते समय तय की जाती है और पूरे लोन की अवधि के दौरान ये समान रहती है. फ्लोटिंग ब्याज दर वह होती है जो कि RBI की ओर से रेपो रेट में बदलाव करने पर बदल जाती है.
फ्लोटिंग ब्याज दर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर रेपो रेट में कमी आती है तो ब्याज दर कम हो जाती है. वहीं, रेपो रेट बढ़ने पर ब्याज दर बढ़ जाती है. वहीं फिक्स्ड ब्याज पर बाजार के उतार चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता, पूरे लोन की अवधि के दौरान ये समान रहती है.
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2. लोन अवधि
अपने लेंडर से उपलब्ध लोन अवधि विकल्पों के बारे में पूछें कि लोन चुकाने की मैक्सिमम और मिनिमम टेन्योर क्या है? पर्सनल लोन अलग-अलग लोन शर्तों के साथ आते हैं, जो कुछ महीनों से लेकर कई वर्षों तक होती हैं. लंबी अवधि के लिए लोन लेने का मतलब है कि आपकी EMI की राशि कम हो जाएगी. लेकिन इसके लिए आपको पूरी अवधि के दौरान लोन चुकाना होगा.
3. फीस और चार्जेस
ब्याज दर के अलावा, कई अन्य शुल्क और शुल्क भी हैं जो पर्सनल लोन से जुड़े हो सकते हैं. इन शुल्कों में प्रोसेसिंग फीस, प्रीपेमेंट पेनल्टी और देर से भुगतान शुल्क शामिल हो सकते हैं. लोन पर निर्णय लेने से पहले इन सभी शुल्कों के बारे में अवश्य पूछें.
4. लोन सुरक्षित है या असुरक्षित
निर्धारित करें कि लोन सुरक्षित है या असुरक्षित. सुरक्षित लोनों पर ब्याज दरें कम हो सकती हैं लेकिन यदि आप चूक करते हैं तो आपकी कॉलेटरल (collateral) खोने का जोखिम भी हो सकता है. असुरक्षित लोनों पर आमतौर पर ब्याज दरें अधिक होती हैं लेकिन उन्हें कॉलेटरल की आवश्यकता नहीं होती है.
5. लोन प्रीपेमेंट
कई बैंक और NBFC कंपनियां पर्सनल लोन तय अवधि से पहले वापस करने पर प्रीमेंट चार्जेस लगाती है. अगर आप अतिरिक्त पेमेंट करने या समय से पहले लोन चुकाने की योजना बना रहे हैं, तो प्रीपेमेंट पेनल्टी के बारे में पूछताछ करें और लोन लेने से पहले बैंक से प्री-क्लोजर प्रक्रिया और शुल्क के बारे में पूछें.
03:44 PM IST